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Friday, 9 March 2018

क्रान्ति - Declination

आकाशीय विषुवत वृत्त से क्रान्ति वृत्त की ओर ग्रहों का अन्तर इस विषुवत वृत्त (Celestial Equator) से नापा जाता है जिससे यह ज्ञात हो जाता है कि कोई तारा या ग्रह विषुवत वृत्त से उत्तर या दक्षिण में कितने अन्तर पर है।

विषुवत वृत्त से ग्रहों या तारों की उत्त या दक्षिण अंषात्मक नाप ही उत्तर या दक्षिण क्रान्ति कहलाती है।

यह ध्यान रखें कि क्रान्ति वृत्त से उत्तर या दक्षिण को ग्रहों या तारों के अन्तर को शर या अक्षांश (Celestial Latitude) कहते हैं जबकि विषुवत वृत्त से ग्रह-तारादि की उत्तर या दक्षिण दूरी को क्रान्ति (Declination) कहते हैं।

वस्तुतः क्रान्ति से यह ज्ञात होता है कि ग्रह या तारा विषुवत वृत्त से कितने कोणात्मक अन्तर पर उत्तर या दक्षिण गोल में हैं। सूर्य सदा क्रान्ति वृत्त पर ही चलता है, इसलिये उसका कोई शर नहीं होता, परन्तु विषुवत वृत्त से उसका अन्तर घटता बढ़ता रहता है, जिस कारण सूर्य की क्रान्ति घटती बढ़ती रहती है।

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Anju Anand

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